ऑठवां साइंस फेस्टिवल का शुभारंभ भोपाल में

  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान होंगे मुख्य अतिथि और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह होंगे विशेष अतिथि
  • कैलाश खेर का गायन भी होगा 
डॉ. आर. बी. चौधरी
भोपाल। भोपाल शहर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के झलकियां एवं झांकी का जैसे शहर बन गया है। वैज्ञानिकों, विज्ञान लेखों को, विज्ञान के शिक्षक विद्यार्थियों तथा बच्चों का देशभर का जमावड़ा इकट्ठा हो गया है और इसका होगा आज से शुभारंभ।
           मध्य प्रदेश राज्य के लिए खुशहाली की बात है कि इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आईआईएसएफ-2022) का आयोजन 21 से 24 जनवरी को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में किया जा रहा है। भारत अन्तराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को प्रात: 10:30 बजे मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (मेनिट) में करेंगे। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा महोत्सव में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
आयोजन समिति की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि ऑठवां साइंस फेस्टिवल का शुभारंभ भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान होंगे। मुख्य अतिथि और केंद्रीय मंत्री श्री जितेंद्र सिंह होंगे विशेष अतिथि। इस आयोजन में आगंतुकों के आनन्द, मनोरंजन के लिए भी सांस्कृतिक प्रोग्राम का आयोजन किया गया है। यह साइंस फेस्टिवल का विशिष्ट आयोजन विज्ञान के नवीनतम अनुसंधान और विकास की चर्चाओं तथा नवाचारों से सराबोर रहेगा।जिसमें बच्चों विज्ञान के प्रति रुझान और अनुसंधान में रुचि बढ़ाने के भरपूर कोशिश की जाएगी।
        आठवें साइंस फेस्टीवल का आयोजन भारत सरकार के कई विभागों के साथ मध्य प्रदेश सरकार एवं ज्ञान विज्ञान से जुड़ी कई मध्यप्रदेश की प्रतिष्ठित संस्थाएं भी शामिल हैं। प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि महोत्सव में भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद, सचिव जैवप्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार, डॉ. राजेश एस. गोखले, सचिव पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय डॉ. एम. रविचन्द्रन, सचिव विज्ञान भारती, डॉ. सुधीर भदौरिया महानिदेशक, सीएसआईआर और सचिव डीएसआईआर, डॉ. (श्रीमती) एन. कलैसेल्वी, वैज्ञानिक एच डीबीटी भारत सरकार डॉ. संजय मिश्रा तथा महानिदिशक मेपकास्ट डॉ. अनिल कोठारी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इंडिया साइंस वायर के अनुसार इस आयोजन में कई आकर्षण शामिल किए गए हैं। यह बताया जा रहा है कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में आयोजित हो रहे आईआईएसएफ के 8वें संस्करण की प्रमुख विषयवस्तु ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृतकाल की ओर अग्रसर’ है। इसलिए कई महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया है। चार दिवसीय आईआईएसएफ के दौरान 15 अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें तीन दिवसीय इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएसएफएफआई) शामिल है। विज्ञान फिल्म महोत्सव का आयोजन 21 से 23 जनवरी को पं. खुशीलाल शर्मा गवर्नमेंट आयुर्वेद कॉलेज ऐंड इंस्टीट्यूट भोपाल में किया जा रहा है।
        इस आयोजन में 1500 बच्चे मिलकर एग्रीबोट असेम्बल करेंगे जो गिनीज रिकॉर्ड में दर्ज होगा। यह रोबोट खेतों में सीड के छिड़काव और सिंचाई से जुड़े कार्य करेगा। सुधांशु व्रती ने बताया कि हमारी कोशिश है कि भारत इस वर्ष ईयर ऑफ मिलेट मना रहा है। इसलिए हम मिलेट सीड का उपयोग ही इस रोबोट के माध्यम से करेंगे। इस दौरान मेपकास्ट के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने इस आयोजन को लेकर मेपकास्ट द्वारा की गई तमाम तैयारियों की जानकारी को साझा किया। उन्होंने बताया कि विज्ञान महोत्सव में लगभग दो लाख वर्गफीट में एक विशाल प्रदर्शनी लगाई जा रही है। जिसमें प्रदर्शनी में इसरो, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, डीआरडीओ सहित विज्ञान के क्षेत्र में कार्य करने वाले भारत के 300 से अधिक संस्थान अपनी उपलब्धियों को प्रदर्शित करेंगे।
आयोजन समिति के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में अभी बताया गया है कि वर्ष 2015 से साइंस फेस्टीवल प्रति वर्ष मनाने का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी उपलब्धियों का उत्सव मनाना और आम लोगों को इस आयोजन से जोडना है। साथ ही आमजन के जीवन में आनंद, उल्लास और स्वस्थ मनोरंजन तथा स्कूली बच्चों में क्रिएटविटी और नवाचारों को प्रोत्साहित करना रहा है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पहली बार हो रहे इस विज्ञान महोत्सव में देश भर से 8000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे। साइंस फेस्टीवल में नामचीन वैज्ञानिक, अनुसंधानकर्ता, यूनिवर्सिटी, कॉलेज और स्कूलों के विद्यार्थी, शिक्षकगण तथा उद्योग जगत के विशेषज्ञ भाग लेंगे। संभावना है कि लगभग एक लाख लोग विज्ञान महोत्सव के साक्षी बनेंगे। आजादी के अमृतकाल में आयोजित हो रहे आठवें साइंस फेस्टीवल का मुख्य विषय ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृतकाल की ओर अग्रसर’ चुना गया है। महोत्सव में इस बार 15 गतिविधियों का आयोजन होगा और पहले दिन प्रसिद्ध सूफी गायक कैलाश खेर का गायन भी होगा ।

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