“डॉ बी पी त्यागी ने बताया कि उनके हर्ष हॉस्पिटल में इस तरह के रोज़ 40 मरीज़ देखे जा रहे हैं। लेकिन सीएमओ ऑफिस से कोई सूचना न मिलने के कारण इनकी सूचना उनके ऑफिस को नहीं दी जा रही है।”
कमलेश पांडेय
गाज़ियाबाद। जनपद में इन्फ्लूएंजा ‘एच3एन2’ ने पैर पसारे लिए हैं। यही वजह है कि इसके मरीज अब हर घर में मिल रहे हैं। इस बात की जानकारी देते हुए सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ बी पी त्यागी बताते हैं कि इन्फ्लूएंजा ‘एच3एन2’ की विशेषता है कि व्यक्ति विशेष को अचानक बुखार, खांसी (आमतौर पर सूखी), सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, गंभीर अस्वस्थता (अस्वस्थ महसूस करना), गले में खराश और नाक बहना की शिकायत होने लगती है।
उन्होंने बताया कि किसी किसी की खांसी तो बेहद गंभीर हो सकती है और 2 या अधिक सप्ताह तक रह सकती है। वहीं, खाँसी के साथ हल्का खून भी आता है,जबकि बच्चों में उल्टी भी हो सकती है। उन्होंने बताया कि इससे संक्रमित अधिकांश लोग बुखार और अन्य लक्षणों से दो सप्ताह के भीतर चिकित्सा की आवश्यकता के बिना भी ठीक हो जाते हैं। लेकिन इन्फ्लूएंजा विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले लोगों में गंभीर बीमारी या मृत्यु का कारण भी बन सकता है।इसलिए हाई रिस्क के जो मरीज़ हैं, उन्हें अतिशय सावधानी बरतनी चाहिए। जैसे- गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के किसी भी चरण में 6 महीने से 5 साल के बीच के बच्चे, बुजुर्ग व्यक्ति यानी 65 वर्ष से अधिक आयु वाले, पुरानी चिकित्सा स्थितियों वाले व्यक्ति और स्वास्थ्य की देखभाल करने वाले श्रमिक को वैक्सीन ज़रूर लेनी चाहिए। वहीं अगर ज्यादा तबियत ख़राब है तो ऑसल्टमवीर भी लेनी चाहिए।
डॉ बी पी त्यागी ने बताया कि उनके हर्ष हॉस्पिटल में इस तरह के रोज़ 40 मरीज़ देखे जा रहे हैं। लेकिन सीएमओ ऑफिस से कोई सूचना न मिलने के कारण इनकी सूचना उनके ऑफिस को नहीं दी जा रही है। फिर भी उन्होंने आम नागरिकों को सलाह दी है कि खांसने वाले व्यक्ति या बुखार वाले व्यक्तियों के सम्पर्क में न आएं, अन्यथा आप भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।