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- यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी की द्वितीय वार्षिक हाफ मैराथन आयोजित
- स्वस्थ ह्रदय के लिए दौड़ा गाजियाबाद
- देश के सबसे लंबे एलिवेटेड रोड पर हुई उत्तर प्रदेश की दूसरी 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन
कमलेश पांडेय/विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। वार्षिक यशोदा हाफ मैराथन के द्वितीय एडिशन के अवसर पर रविवार को 21 किलोमीटर लंबी हाफ मैराथन, 10 किलोमीटर, 5 किलोमीटर दौड़ एवं 5 किलोमीटर वॉकाथान का तड़के आयोजन हुआ। यह हाफ मैराथन यशोदा हॉस्पिटल कौशाम्बी से शुरू होकर हिंडन एलिवेटेड रोड तक गयी और यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशांबी में खत्म हुई।

इस मैराथन में 2300 से भी ज्यादा लोगों ने भाग लिया।। यह हाफ मैराथन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया हिट इंडिया अभियान से भी प्रेरित थी। इस यशोदा हाफ मैराथन में आवासन और शहरी मामलों के एवं पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी मुख्य अतिथि थे। वहीं, केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद जनरल वी के सिंह एवं राज्य सभा सांसद डॉ अनिल अग्रवाल विशिष्ट अतिथि रहे।
आज प्रातः 6 बजे हरदीप सिंह पुरी एवं जनरल वी के सिंह ने मैराथन को झंडी दिखा कर दौड़ प्रारम्भ किया। फ्लैग ऑफ के दौरान यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ पी एन अरोड़ा एवं डायरेक्टर श्रीमती उपासना अरोड़ा, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर शुभांग अरोड़ा, जिलाधिकारी गाज़ियाबाद राकेश कुमार सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद मुनिराज विशेष रूप से मौजूद थे। सभी ने संयुक्त रूप से झंडी दिखा कर हाफ मैराथन को रवाना किया।
इस मौके पर जनरल वी के सिंह ने कहा कि यशोदा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि लोग वॉक एवं रन के लिए प्रेरित हों, जिससे कि वो अपने ह्रदय को स्वस्थ रख सकें और हार्ट की पम्पिंग को दुरुस्त कर सकें। डॉ पी एन अरोड़ा जो कि उत्तर प्रदेश ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष भी हैं, उन्होंने कहा कि गाजियाबाद ही नहीं उत्तर प्रदेश में इस प्रकार से बड़े लेवल की 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन दूसरी बार आयोजित की गई है, जिसमें उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली के अलावा राजस्थान, गुजरात एवं महाराष्ट्र से भी धावक आये हैं।
वहीं, दिल्ली पैरालम्पिक एसोसिएशन की अध्यक्षा डॉ उपासना अरोड़ा ने कहा कि इस दौड़ में विभिन्न प्रकार की विकलांगता से ग्रस्त बच्चों ने भी हिस्सा लिया और उनमें से कुछ बच्चों ने अंतररष्ट्रीय पदक भी जीते हैं। मैराथन के सफल होने पर डायरेक्टर उपासना अरोड़ा ने कहा कि वर्ष 2019 से प्रारम्भ हुई इस हाफ मैराथन को हर साल आयोजित किया जाएगा। इस दौड़ के दौरान मेडिकल पॉइंट, पब्लिक मोबाइल टॉयलेट, फ़िज़ियोथेरेपिस्ट की व्यवस्था, पानी एवं एनर्जी ड्रिंक की उपलब्धता भी जगह जगह पर रही। सभी प्रतिभागियों को हेल्दी ब्रेकफास्ट भी दिया गया। इस मैराथन की मुख्य विशेषताएं रही कि इसमें महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों ने भी भाग लिया। लोगों ने इसे सुखद अनुभव बताया ।
इस मैराथन में कौशांबी रनर्स क्लब, एक्सप्रेसवे रनर्स, क्रॉसिंग रनर्स क्लब एवं इंदिरापुरम रनर्स क्लब के धावकों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। दूसरों को फिट रहने के लिए एक्सरसाइज, प्रतिदिन दौड़ एवं वॉक की नसीहत देने वाले डॉक्टरों ने भी जब सामान्य लोगों के साथ दौड़ लगाई तो लोगों ने इसका विशेष आनंद लिया तथा डॉक्टरों को वादा किया कि वे उन्हें दौड़ता देख काफी प्रेरित हुए हैं और अब नियमित रूप से सैर एवं दौड़ को चालू रखेंगे।