गाज़ियाबाद (हिन्द आत्मा न्यूज़ )- मां दुर्गा के दिव्य आलौकिक व अद्भुत नौ स्वरूपों की विधिवत पूजा का महापर्व नवरात्रि का समापन हो गया है, मां दुर्गा को समर्पित नौ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व को हिन्दु धर्म के सभी अनुयायियों के द्वारा बेहद धूमधाम से मनाया जाता है, नौ दिन के व्रत की पूजा पूर्ण होने के बाद प्राचीन परंपराओं के अनुसार मां दुर्गा की प्रतिमा, हवन की राख व पूजा में उपयोग की गई अन्य सभी सामग्री का विधिविधान से विसर्जन बहते जल में किया जाता है। लेकिन जिस तरह से स्वच्छ जल की धरा पर दिन प्रतिदिन बहुत तेजी से कमी होती जा रही है, उस स्थिति में हम सभी लोगों को जनहित में पूजा की सामग्री के विसर्जन के तरीके को पर्यावरण के अनुकूल बनाना होगा, ऐसी ही एक अनूठी पहल वसुंधरा में शिवगंगा सोसाइटी की आरडब्ल्यूए के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ समाजसेवी योगेश त्यागी ने की है, उन्होंने अपनी सोसाइटी में निकली समस्त पूजा सामग्री को पहले तो एक जगह एकत्र किया फिर उसकी राख को तो पेड़ों में खाद के रूप में उपयोग किया और बाकी सामग्री को जमीन में गड्ढा खोद कर दबाकर उस पर वृक्षारोपण करके समाज को जल को प्रदूषण से मुक्त रखने का बेहद अहम संदेश देते हुए, पर्यावरण की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है, योगेश त्यागी कहते हैं कि स्वच्छ जल की एक एक बूंद की अहमियत हम लोगों को समय रहते समझनी होगी और उसकी रक्षा करनी होगी, वरना फिर बहुत देर हो जायेगी और जल ही जीवन है यह हम सभी अच्छी तरह से जानते हैं।
