- इस बार दीपावली पर्व की तरह मनाया गया भगवान परशुराम का अवतरण दिवस : पं. पीताम्बर शर्मा
- भगवान परशुराम सम्पूर्ण हिंदू समाज के आदर्श हैंः पं. जे.के. गौड़
- भगवान परशुराम की पूजा करने से निरोगी शरीर और लंबी आयु मिलती हैः बिशन कौशिक
गाजियाबाद। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की महानगर व जनपद इकाई द्वारा भगवान परशुराम का प्राकट्य दिवस नंदग्राम स्थित जेकेजी स्कूल में धूमधाम से मनाया गया।
समारोह में हजारों की संख्या में ब्राहमण समाज के लोगों ने भाग लिया। समारोह का उदघाटन मुख्य अतिथि संस्था के प्रदेश अध्यक्ष पं. पीताम्बर शर्मा, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पं. जे के गौड़, राष्ट्रीय महामंत्री पं. हरिओम शर्मा व राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बिशन कौशिक ने किया।
मुख्य अतिथि संस्था के प्रदेश अध्यक्ष पं. पीताम्बर शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं। भगवान परशुराम की उपासना करने से साधक के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस बार उनका अवतरण दिवस दीपावली पर्व की तरह मनाया गया। ब्राहमण समाज के लोगों ने घरों में तरह-तरह के व्यंजन बनाए। रात्रि में भगवान परशुराम की पूजा व आरती कर घरों में कम से कम दीपक जलाए गए। भगवान परशुराम के अवतरण दिवस पर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में हवन एवं भण्डारे का आयोजन किया गया।
पं. पीताम्बर शर्मा ने कहा कि आज ब्राह्मण समाज एकजुट होकर समाज हित के लिए अनेकों कार्य कर रहा है। संस्था अपने संस्थापक भारतरत्न महामना पं. मदन मोहन मालवीय द्वारा बताये हुए मार्ग पर चलते हुए ब्राह्मण समाज देश व समाज हित के कार्य कर रही है।
विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बिशन कौशिक ने कहा कि भगवान परशुराम का प्राकट्य काल प्रदोष काल में हुआ था। वे चिरंजीवी हैं और आज भी इस धरती पर मौजूद हैं। परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया पर किया गया दान-पुण्य का कभी क्षय नहीं होता है। भगवान परशुराम का रोजाना प्रातः जाप करने से भक्त को निरोगी शरीर और लंबी आयु मिलती है।
वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पं. जे.के. गौड़ ने कहा कि भगवान परशुराम ने धर्म की रक्षा व अधर्मी व अत्याचारियों के नाश के लिए ही पृथ्वी पर अवतार लिया। भगवान परशुराम किसी समाज विशेष के आदर्श नहीं है। वे संपूर्ण हिन्दू समाज के हैं और चिरंजीवी हैं। उन्हें भगवान राम के काल में भी देखा गया और भगवान कृष्ण के काल में भी देखा गया। वे कलिकाल के अंत में फिर से दिखेंगे। भगवान विष्णु जब कल्कि के रूप में अवतार लेंगे तो भगवान परशुराम ही उनके गुरू बनेंगे।
पं. जे.के.गौड़ ने बताया कि भगवान परशुराम का अवतरण दिवस पूरे माह मनाया जाएगा और इस दौरान हवन, सभा, भंडारे आदि का सिलसिला चलता रहेगा। समारोह में भगवान परशुराम की पूजा व आरती के बाद भंडारे का आयोजन भी हुआ जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
संस्था के जिलाध्यक्ष पं. जयनंद शर्मा व जनपद महामंत्री पं. सुभाष शर्मा ने सभी का स्वागत किया। पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार मुन्नी, महानगर मंत्री पं. विजय भारद्वाज, पं. राजेन्द्र प्रसाद, जनपद महामंत्री पं. आदेश शर्मा, पं. संदीप शर्मा, महानगर महामंत्री पं. राजेंद्र शर्मा, अध्यक्ष पं. नितिन शर्मा, महामंत्री ट्रांसहिडन पं. आशुतोष शर्मा, पं. परमानन्द गौड़ एडवोकेट, उपाध्यक्ष पं. अमित गौड़, महानगर महामंत्री पं. सुभाष शर्मा, कोषाध्यक्ष नरेन्द्र कुमार शर्मा, संगठन महामंत्री पं. संजय शर्मा, उपाध्यक्ष डॉ. शिवराम सारस्वत, पं. आकाश शर्मा, पं. मदन शर्मा, पं. विजय शर्मा, पं. देवदत्त शर्मा, पं. देवेन्द्र शर्मा, पं. रूपेश शर्मा, पं. अमित शर्मा, पं. जी. डी. शर्मा, पं. बुद्ध प्रकाश शर्मा, पं. अशोक शर्मा, राजू पंडित आदि भी मौजूद रहे।