कौशांबी। डेंगू के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए यशोदा सुपर स्पेशलिटी कौशांबी के मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों ने एक चैनल चर्चा की जिसमें डेंगू से बचाव जागरूकता और उसके उपचार के बारे में लोगों की जानकारी के काफी अहम बिंदु निकल कर आए जो आपके सामने प्रेषित है ।
यशोदा हॉस्पिटल कौशांबी के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. ए.पी. सिंह ने बताया कि डेंगू मुख्य रूप से एक मच्छर के काटने से फैलने वाली मोस्किटो-बोर्न बीमारी है।
डेंगू से बचाव के लिए निम्नलिखित उपायों का पालन करें:
मच्छरों के काटने से बचाव : डेंगू मच्छर के काटने से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें और पूरे वस्त्र पहनें। मच्छरों को दूर रखने के लिए मच्छर रिपेलेंट स्प्रे या लोशन का प्रयोग करें।
स्थान स्वक्षता: अपने आस-पास के क्षेत्र में खड़े बर्तन, बोतलें, और अन्य स्थलों में जो पानी इकट्ठा हो सकता है,उस को खाली करें या उन्हें पुन: पुन: इकट्ठा न होने को सुनिश्चित करें।
हॉस्पिटल के दूसरे वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर डी.जे. सिंह ने बताया कि डेंगू से जागरूकता हेतु अपने समुदाय में डेंगू के बारे में जागरूकता फैलाएं और लोगों को समझाएं कि खुद को और अपने आस-पास के परिवार को सुरक्षित रखने के लिए कैसे कदम उठाएं और मच्छर प्रबंधन करें, अपने आस-पास के क्षेत्र में मच्छर प्रबंधन के लिए प्राथमिकता दें। नियमित घर की सफाई करने से छिपे मच्छरों के ब्रीडिंग स्थलों को समाप्त करने में मदद मिल सकती है। मच्छरों के ब्रीडिंग स्थलों का पता करें: अपने आस-पास के क्षेत्र में मच्छरों के ब्रीडिंग स्थलों का पता करें और उन्हें स्वच्छ रखने का प्रयास करें।
अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर अंशुमन त्यागी ने बताया कि डेंगू बीमारी के संकेतों की पहचान करें:
डेंगू के संकेतों को पहचानने में सजग रहें, जैसे कि बुखार, खूनी उल्टियाँ, सिरदर्द, आदि। अगर आपको लगता है कि आपको डेंगू हो सकता है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और सही उपचार के लिए सलाह प्राप्त करें।
डेंगू में व्यक्ति के शरीर में तेजी से बढ़ता हुआ बुखार होता है। यह बुखार अन्य कई लक्षणों के साथ आता है। डेंगू के प्रमुख लक्षणों के बारे में डॉक्टरों ने चर्चा करते हुए बताया कि
डेंगू के मुख्य लक्षण में से एक है तेजी से बढ़ता हुआ बुखार। यह बुखार अचानक शुरू होता है और अचानक गिरता है।
शरीर में दर्द : डेंगू के साथ शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द हो सकता है, जिसे डेंगू डेंगू या डेंगू फीवर कहा जाता है।
सिरदर्द : ज्यादातर लोगों को डेंगू में सिरदर्द की शिकायत होती है।
बुखार के साथ खांसी और सर्दी: डेंगू के बुखार के साथ खांसी और सर्दी की समस्या भी हो सकती है।
आंखों के पीछे लाल दाग: यह एक प्रमुख पहचानकर्ता लक्षण हो सकता है। आंखों के पीछे लाल या बूँदाकार दाग दिख सकते हैं, जिन्हें “रूबीया” कहा जाता है।
थकान और कमजोरी : डेंगू में थकान और कमजोरी की समस्या हो सकती है, जिसके कारण व्यक्ति कमजोर महसूस करता है।
वोमिटिंग और पेट में दर्द : कुछ लोगों को डेंगू के कारण उल्टियाँ और पेट में दर्द हो सकता है।
चक्कर आना : डेंगू के मरीजों को चक्कर आने की भी समस्या हो सकती है।
खून की कमी : गंभीर मामलों में, डेंगू से खून की कमी हो सकती है और ब्लड प्लेटलेट्स में कमी हो सकती है, जिससे खतरनाक स्थितियाँ हो सकती हैं। यदि आपको ये लक्षण दिखाई देते हैं और आप डेंगू की संभावित स्थिति में हैं, तो तुरंत चिकित्सक से सलाह प्राप्त करें और उनके निर्देशानुसार उपचार करें।
चर्चा के अंत में यह निष्कर्ष निकला कि डेंगू का उपचार डॉक्टर के परामर्श और निर्देशानुसार होना चाहिए। डेंगू एक गंभीर बीमारी हो सकती है और सही उपचार के बिना यह स्थितियाँ और भी खराब कर सकती है।
यदि आपको डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं, तो निम्नलिखित कदमों का पालन करें :
डॉक्टर की सलाह और चिकित्सा देखभाल : सबसे पहले, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह पर आगे की कदमों की जाँच करें।
प्राथमिक देखभाल : डेंगू में आपकी देखभाल के लिए विशेषज्ञ द्वारा सिफारिश की गयी दवाओं का सेवन करें। यह आपकी तबियत और बुखार को कम करने में मदद कर सकते हैं।
पर्याप्त पानी पीना : पर्याप्त पानी पीना महत्वपूर्ण है क्योंकि डेंगू में शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
विश्राम और खानपान : आपको पूरी तरह से आराम करने और स्वस्थ आहार खाने का सुनिश्चित करना चाहिए।
ब्लड प्लेटलेट्स की संख्या को बनाए रखना : कुछ गंभीर मामलों में, जब ब्लड प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ती है, तो उपचार के रूप में ब्लड प्लेटलेट इंजेक्शन देने की आवश्यकता हो सकती है।
समय पर चिकित्सा सहायता लें : यदि आपकी स्थिति गंभीर होती है और डेंगू से संबंधित खतरा होता है, तो आपको अस्पताल में भर्ती होना सकता है। डेंगू के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से में सही देखभाल और उपचार शामिल होते हैं, इसलिए कृपया डॉक्टर की सलाह का पालन करें और उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का सख्ती से पालन करें।