दिल्ली। ब्रह्मऋषि ब्रह्माचार्य ब्रह्म सावित्री सिद्धपीठ आसोतरा के पीठाधीश्वर अंनत विभूषित सन्त श्री श्री 1008 श्री तुलछाराम जी महाराज श्री के अपने 43वें चातुर्मास तप साधना के पश्चात चार धाम यात्रा करते हुए दिल्ली आगमन पर राजपुरोहित समाज दिल्ली एनसीआर द्वारा भव्य स्वागत समारोह का आयोजन अग्रसेन भवन में रखा गया और समस्त समाज और धर्मप्रेमी बन्धुओ ने सन्त श्री का आशीर्वाद लिया।
संत श्री के दिल्ली आगमन पर समाज के बन्धुओ ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया और वहां से ढोल नगाड़ों के साथ सन्त श्री के साथ आयोजन स्थल शास्त्री नगर पहुंचे। वहां कलश यात्रा और मंगल गान के साथ श्री खेतेश्वर दाताश्री के जयकारों से गुरुदेव का स्वागत किया गया और इस अवसर पर भव्य भजन संध्या का आयोजन हुआ। जिसमें नामचीन भजन गायकों ने गुरु महिमा का बखान किया और पूरा माहौल श्री गुरुदेव के जयकारों से गुंजायमान रहा साथ ही सभी भक्त भविको के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था रही।
इस अवसर पर गुरुदेव सन्त श्री तुलछाराम जी महाराज ने दाताश्री खेतेश्वर के बताए सदमार्ग पर चलने और जीव मात्र के प्रति दया का भाव रखने का संदेश दिया और सबको हिलमिल रहते हुए नेकी के मार्ग पर चलने का आव्हान किया और भव्य समारोह से प्रसन्नचित नजर आए गुरुदेव।
गुरुदेव के भव्य स्वागत समारोह में कान सिह गुरलाई (अध्यक्ष राजपुरोहित महासंघ दिल्ली एनसीआर), दीपक सिह भीनमाल (अध्यक्ष राजपुरोहित वेलफेयर सोसायटी), जोग सिंह डावियाल आलासन, बाबू लाल राजपुरोहित, आलासन, प्रहलाद सिह मादड़ी, पवन सिह ढाबर, राजू सिंह तोलियासर, दिनेश सिह सांकरणा, किशन सिह कालूड़ी, गुमान सिह धीरा, भैरु सिह सराणा, अमर सिह केलनकोट सहित सैंकड़ों भक्त भविको ने सेवा दी और सभी का स्वागत किया।