देश के संत 25 सितंबर को तमिलनाडु भवन का घेराव करेंगे और धरना देंगे : महंत नारायण गिरी

  • श्रीमहंत नारायण गिरि की अध्यक्षता में देश भर के संतों ने सर्वसम्मति से लिया निर्णय।
  • उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में घेराव व धरना होगा।
  • सनातन धर्म के विश्व में बढते प्रभाव से उदयनिधि स्टालिन जैसे लोग घबराएः श्रीमहंत नारायण गिरि
दिल्ली। दिल्ली संत महामंडल, दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी, सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा, विश्व हिंदू परिषद, आर्य समाज व आरएसएस की संयुक्त बैठक आराम बाग, पटपडगंज दिल्ली स्थित गुरू रामराय उदासीन आश्रम में हुई। 
बैठक की अध्यक्षता सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने की। बैठक में उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी व स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामायण को लेकर दिए गए बयान पर रोष व्यक्त किया गया। श्रीमहंत नारायण गिरि की अध्यक्षता में हुई बैठक में उदयनिधि स्टालिन को क्षमा नहीं करने तथा 25 सितंबर को तमिलनाडु भवन का घेराव करने व धरना देने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। घेराव व धरने में देश भर से संत भाग लेंगे और अपने साथ 25 अन्य संतों व भक्तों को भी लाएंगे।
दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि आज पूरे विश्व में सनातन धर्म का प्रभाव बढ रहा है और विश्व भर के लोग सनातन धर्म की शरण में आ रहे हैं। इससे उदयनिधि स्टालिन जैसे सनातन धर्म विरोधी घबरा गए हैं और सनातन धर्म के खिलाफ तरह-तरह के षडयंत्र रच रहे हैं। सनातन धर्म पर की गई अभद्र टिप्पणी उसी का हिस्सा है, मगर उदयनिधि स्टालिन समेत सभी सनातन धर्म विरोधी यह जान लें कि हिंदू सनातन धर्म को खत्म करने के उनके षडयंत्र कभी सफल होने वाले नहीं हैं। सनातन धर्म स्वयं भगवान द्वारा स्थापित धर्म है। सृष्टि के आरंभ से यह धर्म है और सृष्टि के अंत तक यह धर्म रहेगा। जिस प्रकार सत्य को ना हराया जा सकता है और ना ही मिटाया जा सकता है, ठीक उसी प्रकार सनातन धर्म को भी मिटाया नहीं जा सकता है। सनातन धर्म सदैव था, सदैव है और सदैव रहेगा। यह धर्म विश्व का सबसे प्राचीन धर्म है और सभी के साथ आपस में मिल-जुलकर रहने, सभी को परिवार के सदस्य की तरह मानने की शिक्षा देता है, मगर इसका मतलब यह नहीं है कि जिसके मन में जो आएगा, वह कहता चला जाएगा और सनातन धर्मी लोग सहन करते चले जाएंगे।
25 सितंबर को जब तमिलनाडु भवन का घेराव होगा तो उदयनिधि स्टालिन को समझ में आ जाएगा कि सनातन धर्म सूर्य व चंद्र की तरह ही अटल है। जिस प्रकार सूर्य पूरे विश्व में अंधकार को दूर कर प्रकाश फैलाता है, उसी प्रकार सनातन धर्म भी पूरे विश्व में अज्ञान के अंधकार को दूर कर ज्ञान का प्रकाश फैला रहा है और पूरे विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है।
दिल्ली संत मंडल के संस्थापक व पूर्व अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी राघवानंद महाराज, दिल्ली संत मंडल के महामंत्री महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज, कोषाध्यक्ष महामंडलेश्वर कंचन गिरि महाराज, महंत मंगलदास उदासीन कोतवाल दिल्ली, श्रीमहंत धीरेंद्र पुरी महाराज, श्रीमहंत गिरिशानंद गिरि महाराज, श्रीमंहत ब्रहमचारी महाराज, महंत हनुमान पुरी महाराज, महंत अजब दास महाराज, महंत राम मंगल दास महाराज, महंत ओमप्रकाश गिरि महाराज, महंत कन्हैया गिरि महाराज, महंत शिवचंद्रा नंद गिरि महाराज, महंत श्याम गिरि महाराज, स्वामी आनंद, स्वामी चंद्रदेव महाराज,साध्वी पार्वती गिरि, महंत स्वामी रमेशानंद गिरि महाराज, साध्वी ज्योति गिरि, महंत रामदास महाराज, स्वामी विवेकानंद महाराज, महंत दुर्गेश दास महाराज, श्रीमहंत कृष्ण दास महाराज, अमन गिरि महराज, विहिप के सुनील, पवन, सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा के पाराशर जी, हिंदू यूनाइटेड फ्रंट के कार्यवाहक अध्यक्ष, राष्ट्रवादी हिंदू शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता जयभगवान गोयल, राममिलन शुक्ला आदि भी मौजूद रहे।

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