Total Views: 60
गाजियाबाद। संस्कार वैभव हिंदी साहित्य समिति, इंदिरापुरम द्वारा हिंदी दिवस एवं सप्ताह का आयोजन संस्था के 15वें वर्ष में आयोजित किया गया। इस अवसर पर 30 वर्षों से प्रकाशित मासिक यू.एस.एम. पत्रिका के संस्कार वैभव विशेषांक का लोकार्पण समिति की अध्यक्ष श्रीमती मीना जैन पत्रिका के संपादक उमाशंकर मिश्र और पत्रकार उर्मिलेश द्वारा किया गया। इस अवसर पर समिति की सदस्याओं में भारत की विभिन्न भाषाओं के साहित्य का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया।
संपादक उमाशंकर मिश्र ने कहा कि हिंदी को देश की राष्ट्रभाषा बनाने के लिए यह आवश्यक है कि हम भारत की सभी भाषाओं को जानें, उनके साहित्यिक-सांस्कृतिक महत्व को समझे और परस्पर वैचारिक आदान-प्रदान करें। इसके साथ ही स्वयं व अपने बच्चों को उनकी रुचि और आवश्यकता अनुसार देश-विदेश की जो भी भाषा उपयुक्त लगे उसे सीखें, किंतु हिंदी की उपेक्षा न करें क्योंकि भाषा ही संस्कारों की जननी होती है ये संस्कार हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं से ही प्राप्त हो सकते हैं। इस अवसर पर संस्था की वरिष्ठ सदस्य श्रीमती संध्या सिंह को उनके विशिष्ट योगदान के लिए पत्रिका एवं राष्ट्रभाषा स्वाभिमान के सौजन्य से सम्मान पत्र व पुस्तकें संपादक द्वारा भेंट की गई। संस्था की अध्यक्ष एवं मार्गदर्शक श्रीमती मीना जैन के प्रयासों से संस्था की सभी सदस्यायें निरंतर सृजनरत हैं। संगोष्ठी का कुशल संचालन श्रीमती मनीषी सिन्हा ने किया और सचिव ने धन्यवाद ज्ञापन किया।