बाल कलाकारों ने नाटक के माध्यम से दिया मानवता का संदेश

  • छात्र छात्राओं ने किया अंग्रेजी नाटक ‘ट्रु आईडेंटिटी’ का मंचन।

नई दिल्ली। प्रतिभा और रचनात्मकता के शानदार प्रदर्शन में उड़ान-द सेंटर ऑफ थिएटर आर्ट एंड चाइल्ड डेवलपमेंट की टीम के विशेषज्ञ निर्देशन में एपीजे स्कूल पीतमपुरा, नई दिल्ली के छात्रों ने ‘ट्रू आइडेंटिटी’ नामक अंग्रेजी नाटक से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मंचन के माध्यम से छात्र छात्राओं ने समाज को मानवता का संदेश दिया।

स्कूल सभागार में आयोजित नाटक मंचन के दौरान प्रिंसिपल श्रीमती वीना गोयल तथा वाइस प्रिंसिपल डॉ. रेणुका गोयल मुख्य अ​तिथि रहे। यह नाटक छात्रों की नाटकीय प्रतिभा और रचनात्मकता और अभिव्यक्ति की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए स्कूल द्वारा चलाये जा रहे स्पीच एंड ड्रामा क्लब के बच्चों द्वारा किया गया। स्पीच एंड ड्रामा क्लब की प्रभारी श्रीमती नेहा ओबराय ने कार्यक्रम का कुशलतापूर्वक संचालन किया।

मानवता और समानता के विषयों पर केंद्रित ‘सच्ची पहचान’ ने दर्शकों को शुरू से अंत तक मंत्रमुग्ध कर दिया। प्राचार्या श्रीमती वीना गोयल ने नाटक के विचारोत्तेजक विषय की सराहना की और बाल कलाकारों द्वारा प्रदर्शित असाधारण प्रतिभा की सराहना की। नाटक में विविधता को अपनाने और अधिक समावेशी समाज के निर्माण पर जोर दिया गया। नाटक में शामिल कलाकारों ने अपनी प्रतिभा से नाटक को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया। नाटक से पूर्व स्पीच एंड ड्रामा क्लब के छात्र छ़ात्राओं शिवांश गोयल, प्रिशा गुप्ता, शनाया व्यास, आरासेल होता, अराध्या गुप्ता, शुभम भारद्वाज, परनीत, आरव वर्मा, दर्श बंसल, वान्या शर्मा, कियारा गुप्ता, प्रणीत बंसल, कियारा दुआ, अनाइसा रुस्तगी, हर्षिका, विराजमान शर्मा, कविशा चंद्रा, वंशिका , सायरा बत्रा, अहाना, सवर्णा, दक्ष स्वामी, मायरा जैन, पिया, वरदान, प्रांजल, नितारा, अवनी मुर्गिल, अन्वी, अहाना, मन्नत मल्होत्रा, हेज़ल, विधि जैन, मायरा भल्ला, सीन्वी जैन, अर्शिया बुद्धि, और वान्या शर्मा ने अभिनय की विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण के दौरान रंगकर्मी व उड़ान के अध्यक्ष संजय टुटेजा, राष्ट्रीय नाटय विद्यालय के सागर वशिष्ठ, डोनाल्ड ओमेन और मनस्वी राय सहित उड़ान की टीम ने छात्र छात्राओं को अभिनय व नाटक की विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण दिया। बच्चों ने मंच पर ‘सच्ची पहचान’ को जीवंत करने में असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

इस कार्यक्रम ने न केवल छात्रों की नाटकीय क्षमताओं को प्रदर्शित किया, बल्कि समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए सुसज्जित व्यक्तियों को विकसित करने के लिए स्कूल की अटूट प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया। जैसे ही पर्दा बंद हुआ, यह स्पष्ट हो गया कि एपीजे स्कूल पीतमपुरा के छात्रों ने न केवल मनोरंजन किया, बल्कि उपस्थित सभी लोगों को प्रेरित भी किया, और ‘ट्रू आइडेंटिटी’ के अपने प्रदर्शन से एक अमिट छाप छोड़ी।

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